यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अन्य उच्च पदस्थ यूक्रेनी अधिकारियों की हत्या की रूस की साजिश को नाकाम कर दिया है।
यूक्रेन की सरकारी सुरक्षा एजेंसी यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (SBU) ने बताया है कि इस मामले में यूक्रेनी सरकारी सुरक्षा इकाई के दो कर्नलों को गिरफ्तार किया गया है।
वे रूसी राष्ट्र सुरक्षा सेवा (FSB) से संबंधित एजेंटों के नेटवर्क का हिस्सा थे। एजेंसी ने बताया कि ये कर्नल कथित तौर पर राष्ट्रपति जेलेंस्की के अपहरण और हत्या के लिए उनके अंगरक्षकों के बीच इच्छुक ‘हत्यारों’ की तलाश कर रहे थे।
एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रपति के अलावा सैन्य सतर्कता प्रमुख किरिलो बुडानोव और एसबीयू प्रमुख वासिल माल्युक की हत्या की भी साजिश रची जा रही थी।
एसबीयू के अनुसार, साजिशकर्ताओं ने कथित तौर पर ऑर्थोडॉक्स ईस्टर यानी 5 मई से पहले बुडानोव को मारने की योजना बनायी थी।
साजिशकर्ताओं का लक्ष्य बुडानोव के ठिकाने के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक गुप्तचर का उपयोग करना था। उनके ठिकाने का पता लगने के बाद उन पर रॉकेट और ड्रोन से हमला करने की साजिश रची गयी थी।
एसबीयू ने बताया कि गिरफ्तार किये गये दो अधिकारियों में से एक ने पहले ही ड्रोन और बारूदी सुरंगों से संबंधित सामग्री खरीद ली थी।
एसबीयू प्रमुख वासिल माल्युक ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का उल्लेख करते हुए बताया कि यह हमला पुतिन का पांचवां कार्यकाल शुरू होने से पहले उनके लिए एक उपहार माना जाता।
पुतिन ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन में राष्ट्रपति के रूप में पांचवें कार्यकाल के लिए शपथ ली है।
मल्युक ने बताया कि यह अभियान रूसी विशेष सेवाओं की विफलता में बदल दिया गया। उन्होंने कहा, “लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि दुश्मन मजबूत और अनुभवी है, उसे कम नहीं आंका जा सकता।”
यूक्रेन के दो अधिकारियों को देशद्रोह और आतंकवादी कार्रवाई की तैयारी के संदेह में हिरासत में लिया गया है।
एसबीयू ने बताया कि तीन एफएसबी कर्मचारी संगठन और हमले की निगरानी कर रहे थे। उनमें से एक दिमित्रो पेर्लिन फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले से ही ‘गुप्तचरों’ की भर्ती कर रहा था।
एक अन्य एफएसबी कर्मचारी, ओलेक्सी कोर्नेव ने कथित तौर पर मंगलवार को गिरफ्तार यूक्रेनी कर्नलों में से एक के साथ रूस के हमले से पहले पड़ोसी यूरोपीय देशों में षड्यंत्रकारी बैठकें की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी सेना कथित तौर पर युद्ध की शुरुआत से ही जेलेंस्की की हत्या की कोशिश कर रही है।
उनकी हत्या की साजिश में सहायता के लिए रूसी खुफिया सेवाओं के साथ सहयोग करने की योजना बनाने के आरोप में पिछले माह पोलैंड के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया था।