स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को एक कैबिनेट बैठक के बाद जनता से मुलाकात के दौरान एक शख्स ने दिन-दहाड़े गोली मार दी।
कई गोलियां लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, गोली उनके पेट और सिर के हिस्से में लगी है। हमलावर ने फिको पर पांच गोलियां चलाई।
उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है और उप प्रधानमंत्री टॉमस ताराबा ने विश्वास जताया है कि फिको को कुछ नहीं होगा और वे जल्द ही अस्पताल से ठीक होकर लौटेंगे।
रॉबर्ट फिको को गोली लगने के बाद के दृश्य सामने आए हैं। हमले से पहले, दौरान और बाद का मंजर साफ तौर पर देखा जा सकता है।
हमले के दृश्यों से पता लगता है कि स्लोवाकिया पीएम को गोली लगने के बाद उनके अंगरक्षक तुरंत हरकत में आ गए थे।
कुछ सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को दबोचा तो दूसरी तरफ कुछ सुरक्षाकर्मी गोली लगने के बाद घायल पीएम को उठाकर और घेरते हुए कार तक ले गए। उन्होंने पीएम को कार में बैठाया और तुरंत कार की रवानगी कराई। ये पूरा घटनाक्रम महज 22 मिनट से भी कम का है।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, डेनिक एन दैनिक के रिपोर्टर ने प्रधानमंत्री को सुरक्षा गार्डों द्वारा कार में उठाते हुए देखा था, उसने बताया कि संदिग्ध बंदूकधारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
आरोपी से हमले के कारणों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
हमला कब और कैसे हुआ
यह घटना राजधानी से लगभग 150 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में हैंडलोवा शहर में हुई। मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को जब प्रधानमंत्री फिको एक कार्यक्रम में समर्थकों का अभिवादन कर रहे थे, उसी दौरान उनकी हत्या करने का प्रयास किया गया।
पूर्वी यूरोपीय मीडिया नेक्सटा ने एक्स पर एक पोस्ट में स्थानीय रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को कई बार गोली मारी गई।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब यूरोपीय संसद के लिए सांसदों को चुनने के वास्ते पूरे यूरोप में होने वाले चुनावों से तीन हफ्ते पहले राजनीतिक प्रचार अभियान तेज हो गया है।
कुछ विपक्षी नेता अब इस तरह की बात कर रहे हैं कि फिको इस स्थिति का चुनाव में लाभ उठा सकते हैं।
जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे फिको
स्लोवाकिया के उप प्रधानमंत्री ताराबा ने बीबीसी से बातचीत के दौरान हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि वह बच जाएंगे। इस समय वह खतरे की स्थिति से बाहर हैं।”
फिको के फेसबुक अकाउंट से जारी एक संदेश में बताया गया कि उन्हें हैंडलोवा से 29 किलोमीटर दूर बांस्का बिस्त्रिका में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है क्योंकि राजधानी ब्रातीस्लावा ले जाने में काफी समय लगता।