धार। भोजशाला में गुरुवार को एएसआई के सर्वे का 98वें दिन का काम सुबह 8 बजे प्रारंभ हुआ जो शाम पांच बजे समाप्त हुआ। सर्वे में सात अधिकारी 37 मजदूर सर्वे में शामिल थे। 4 जुलाई को उच्च न्यायालय को सर्वे की रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। यहां पर परिसर में अंदर व बाहर कई स्थानों पर मजदूरों की मदद से एएसआई की टीम पिछले कई दिनों से मिटटी हटाने सहित उत्खनन का काम कर रही थी। जो अब समाप्त हो गया है। जिसकी आधिकारिक घोषणा एएसआई के अधिकारी की ओर से पक्षकारों के समक्ष की गई हैं। हालांकि टीम जरुरत के हिसाब से यहां पर अवशेषों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी सहित अन्य कार्यों के लिए आती रहेगी।
अंतिम दिन भी मिले सात अवशेष, देवी की प्रतिमा भी मिली
भोजशाला से जुड़े याचिकाकर्ता गोपाल शर्मा ने बताया कि 22 मार्च से सर्वे का कार्य प्रारंभ हुआ था। उसका गुरुवार को 98वां और अंतिम दिन था। खुदाई कार्य के अंतिम दिन भोजशाला के उत्तरी-पूर्वी हिस्से में उत्खनन का काम चल रहा था इस दौरान गुरुवार को सात अवशेष प्राप्त हुए हैं। इनमें एक देवी की प्रतिमा प्राप्त हुई है एवं अन्य 6 अवशेष भी प्राप्त हुए हैं। वहीं बुधवार को एक मूर्ति प्राप्त हुई थी जो 4 इंच की थी जो की ब्रह्मा जी की मूर्ति प्राप्त हुई वह लिस्टिंग में रखी गई थी उसे आज सर्वे टीम ने सुरक्षित किया है।
दो जुलाई तक कोर्ट में पेश करना है डॉक्यूमेंटस
एएसआई टीम के कप्तान भुवन ने पूरी टीम को इकट्ठा करके बताया कि हाई कोर्ट के आदेश से जो सर्वे हो रहा है आज पूर्ण हुआ है उसको आधार बनाकर आज तक का जो कार्य हुआ है उसी को आधार बनाकर हम डॉक्यूमेंट हाईकोर्ट में पेश करेंगे। वही बाकी का काम चलता रहेगा अगर इस दौरान कोई अवशेष प्राप्त होता है जो की सर्वे के लिए अनिवार्य है तो वह हिंदू याचिकाकर्ता व मुस्लिम याचिकाकर्ता की जानकारी में लाया जाएगा और फिर सर्वे में शामिल किया जाएगा। 4 जुलाई की तारीख न्यायलय लगी है, 2 जुलाई तक डॉक्यूमेंट कोर्ट में प्रस्तुत करना है। भारतीय पुरातत्व विभाग को कागजी कार्रवाई करने के लिए 5 -7 दिन न्यायलय की तारीख बढ़ाने की संभावना है टीम रोज आएगी अभी वह डॉक्यूमेंटेशन का काम करेगी, लिस्टिंग का काम करेगी, क्लीनिंग ब्रशिंग का काम करेगी जो अवशेष निकले हैं उनको व्यवस्थित करेगी उनको सूचीबद्ध करेंगे उनका डॉक्यूमेंटेशन का काम करेंगे। बाकी टीम जो दिल्ली में बैठी है और जो यहां बैठे हैं वह यहां काम करेंगे आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के आदेश के अनुसार मंगलवार व शुक्रवार को नियमित पूजा व नमाज होती है वह होगी एवं आगामी आदेश तक भोजशाला पर्यटकों के लिए बंद रहेगी।