भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार का दावा है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल बेरोजगारी में कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक 2023 के मुकाबले मई 2024 तक 9 लाख 90 हजार 935 बेरोजगार घटे हैं, जबकि सरकार ने तीन साल में सिर्फ 2.32 लाख नौकरियां दी हैं। ये जानकारी मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्य कौशल विकास राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने दी है। कांग्रेस विधायक बाला बच्चन कौशल विकास और रोजगार विभाग से संबंधित जानकारी मांगी थी कि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या कितनी है? इसमें पुरुष व महिलाओं की बेरोजगारी का स्तर क्या है? सरकार ने कहा कि प्रदेश में पिछले साल 35 लाख 73 हजार बेरोजगार थे। इस साल मई 2024 की स्थिति में 25 लाख 82 हजार युवा बेरोजगार हैं।
पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के आधार पर दी जानकारी
सरकार ने बताया कि 31 मई 2024 की स्थिति में रोजगार कार्यालय में दर्ज बेरोजगारों की संख्या 25 लाख 82 हजार 759 है। इसमें 15 लाख 90 हजार 387 पुरुष और 9 लाख 92 हजार 189 महिला हैं। वहीं, 183 ट्रांसजेंडर भी बेरोजगार हैं। कांग्रेस विधायक के सवाल के जवाब में राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने रोजगार पोर्टल के आधार पर दर्ज आंकड़ों के आधार पर जानकारी दी।
पांढुर्णा में सिर्फ 9 और मैहर में 25 बेरोजगार
आंकड़ों के मुताबिक विधानसभा चुनाव से पहले अस्तित्व में आए जिलों में पांढुर्णा में सबसे कम 9 बेरोजगार हैं। इनमें तीन पुरुष और 6 महिलाओं के नाम जिला रोजगार केंद्र में दर्ज हैं। मैहर में 25 बेराजगार हैं। इनमें 17 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। वहीं, मऊगंज में 144 युवा बेरोजगार हैं। इनमें 116 पुरुष व 28 महिलाएं शामिल हैं।
दावा- तीन साल में 2.32 लाख को ऑफर लेटर दिए
विधायक बाला बच्चन ने एक जुलाई 2021 से अब तक रोजगार मेलों के माध्यम से दिए गए ऑफर लेटर की भी जिलावार जानकारी मांगी थी। जवाब में बताया गया कि तीन साल में 2.32 लाख युवाओं को रोजगार दिया गया है। 1 जुलाई 2021 से 31 मार्च 2022 तक 1,11,351 युवाओं को, वर्ष 2022-23 में 68,098, वर्ष 2023-24 में 52,846 ऑफर लैटर दिए गए हैं। वहीं, वर्ष 2024-25 में 31 मई तक किसी भी बेरोजगार को भी ऑफर लैटर नहीं दिया गया है।