नई दिल्ली। राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने खूब हंगामा किया। इसके बावजूद पीएम मोदी अपना भाषण देते रहे, जिसके बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया। विपक्ष के सांसद पीएम मोदी के भाषण के दौरान ही उठकर राज्यसभा से चले गए।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के पास सच सुनने की ताकत नहीं है। विपक्ष मैदान छोड़कर भागा है। विपक्ष जनादेश को पचा नहीं पा रहा है। वह सत्य का मुकाबला नहीं कर सकता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों में सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती। इनके पास सत्य का मुकाबला करने का हौसला नहीं है। इतनी चर्चा के बाद उनमें उठाए गए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत भी नहीं है। ये उच्च सदन की महान परंपरा को अपमानित कर रहे हैं। देश की जनता ने हर प्रकार से उनको इतना पराजित कर दिया है।’
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा, जो ये मानते हैं कि इसमें क्या है, ये तो होने ही वाला है, ये तो अपने आप हो ही जाएगा, ऐसे विद्वान हैं। ये लोग ऐसे हैं, जो ऑटो पायलट मोड में, रिमोट कंट्रोल सरकार चलाने के आदी हैं। ये कुछ करने धरने में विश्वास नहीं रखते, ये इंतजार करना जानते हैं। लेकिन हम परिश्रम में कोई कमी नहीं रखते हैं। पिछले 10 वर्षों में हमने जो किया है, उसकी गति भी बढ़ाएंगे, उसका विस्तार भी करेंगे। गहराई भी होगी, ऊंचाई भी होगी और हम इस संकल्प को पूरा करेंगे।
सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष सदन छोड़कर नहीं, मर्यादा छोड़कर गया है। धनखड़ ने कहा कि ये हमारा और आपका अपमान नहीं, सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि वो मुझे पीठ दिखाकर नहीं गए, भारत के संविधान को पीठ दिखाकर गए हैं। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वो बहुत दुखी हैं। धनखड़ ने विपक्षी सांसदों के वॉकआउट को संविधान का अपमान और मजाक बताया। उन्होंने कहा कि आशा करते हैं कि वे (विपक्ष) आत्ममंथन करेंगे।