इंदौर। मध्यप्रदेश में धार में मौजूद भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद के विवादित परिसर पर लंबे समय से सर्वे जारी है। अब इसपर ASI ने इंदौर हाई कोर्ट में 2000 पन्नों की रिपोर्ट पेश की है। 22 मार्च से शुरू हुआ सर्वे 98 दिनों तक चला। रिपोर्ट के मुताबिक सर्वे में 1700 से अधिक अवशेष और प्रमाण मिले। सर्वे GPS और GRS समेत कार्बन डेटिंग से किया गया है।
हिन्दू पक्ष के याचिकाकर्ता का दावा है कि एएसआई सर्वे में भोजशाला में देवी देवताओं की मूर्तियां मिली हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई और एमपी हाईकोर्ट की सुनवाई पर रोक की मांग की है।
एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि ये अवशेष पहले से मौजूद मंदिर के हैं। कला और स्तंभों पर वास्तुकला से पता चलता है कि वे मंदिरों का हिस्सा थे, एएसआई ने रिपोर्ट में कहा है, सर्वेक्षण के दौरान मंदिर के अवशेष और क्षत-विक्षत विष्णु की मूर्तियां मिलीं।
रिपोर्ट के अनुसार, संरचना परमार काल की है. परिसर में मौजूद शिलालेखों से यह कहा जा सकता है कि शिलालेखों में साहित्यिकता समाहित थी कुछ परमार राजाओं द्वारा रचित रचनाएं हैं।
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने 4 जुलाई को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को विवादित धार के भोजशाला परिसर मामले पर 15 जुलाई तक अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था।