नई दिल्ली। आज देश करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। अपने महान नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पीएम मोदी खुद कारगिल में मौजूद हैं। जांबाजों के साहस और शौर्य को याद करते हुए पीएम मोदी ने करगिल वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके शहादत को याद किया। पीएम मोदी ने आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान का काला चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने उजागर किया।
पीएम मोदी ने कारगिल ने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि पड़ोसी मुल्क ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है। वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है। लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है। मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। आतंकवाद को हमारे जांबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे। दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था। हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था। भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था। बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया। लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई।
भारत के नायकों ने 26 जुलाई 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को हराकर कारगिल युद्ध को जीता था। तभी से इस दिन को हम कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। 84 दिनों तक हुए इस लड़ाई में इंडियन आर्मी के 527 जवान शहीद और 1,363 सैनिक घायल हुए थे। वहीं दुश्मन देश पाकिस्तान के 400 से अधिक सैनिक मारे गए थे।