नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना के एक अधिकारी के शहीद होने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक आर्मी के ऑपरेशन के दौरान आर्मी के 48 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। सेना के मुताबिक इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है।
बता दें कि डोडा में एक छोटे से एनकाउंटर के बाद छिपे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए आज इलाके की घेराबंदी की गई और तलाशी अभियान शुरू किया गया है। माना जा रहा है कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में कहीं छिपे हुए हैं। बुधवार को सुरक्षा बलों और अज्ञात आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में कम से कम एक आतंकवादी घायल हो गया।
सेना ने आतंकी के पास से M4 राइफल बरामद की है। वहीं, सेना को इलाके में खून के धब्बे मिले, और तीन बैग भी जब्त किए गए। सेना के मुताबिक, आतंकवादी अस्सर के नदी किनारे के इलाके में छिपे हुए हैं। आतंकियों की तलाशी के दौरान सेना और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। इसी मुठभेड़ में सेना के कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में छिपे आतंकवादियों की तलाश करने के लिए सुरक्षाबलों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया और इस दौरान घने जंगलों वाले इलाके में उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में युवा कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच संक्षिप्त मुठभेड़ होने के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के पटनीटॉप के निकट जंगल से डोडा में घुस आए थे। अधिकारियों के अनुसार, उधमपुर में मंगलवार शाम करीब छह बजे सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था। आधे घंटे बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने रातभर में इलाके को चारों ओर से घेर लिया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आज सुबह फिर से तलाश अभियान शुरू किया। आज सुबह करीब 7.30 बजे पुन: आतंकवादियों और जवानों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।