नई दिल्ली। श्रीराधा रानी पर अमर्यादित टिप्पणी के बाद विवादों में आए कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा अचानक बरसाने पहुंचे। मंदिर के द्वार पर कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने नाक रगड़कर माफी मांगी और फिर चौखट पर दंडवत प्रणाम कर क्षमा याचना की। प्रदीप मिश्रा के आगमन को लेकर बरसाना के मंदिर में सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मैं ब्रजवासियों के प्रेम की वजह से यहां आया हूं। लाडली जी ने खुद ही इशारा कर मुझे यहां बुलाया है। उन्होंने बताया कि मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो उसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं। सभी से निवेदन है कि किसी के लिए कोई अपशब्द न कहें। राधे-राधे कहें, महादेव कहें। मैं सभी महंत, धर्माचार्य और आचार्य से माफी मांगता हूं।
बता दें कि बीते दिनों सीहोर वाले कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने राधारानी के विवाह को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था। इसपर प्रेमानंद महाराज समेत मथुरा के साधु संतों ने उनके बयान की कड़ी निंदा की थी। प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी का विवाह कृष्ण से नहीं होने के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि राधा रानी का पति अनय घोष था। ना कि कृष्ण थे।
उन्होंने कहा था, राधा रानी की सास का नाम जटिला और ननद कुटिला थी। राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। प्रदीप मिश्रा के इस बयान पर साधु-संतों में विवाद छिड़ गया था। इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा के खिलाफ नाराजगी जाहिर की थी। प्रेमानंद जी महाराज ने कहा था कि अगर प्रदीप मिश्रा राधा रानी के चरणों में आकर माफी मांगें तो माफ कर दिया जाएगा।